क्या बिज़नेस शुरू करने के लिए पैसे चाहिए ?

 हममे से ज्यादतर लोगो को लगता है कि बिज़नेस शुरू करने के लिए पैसे चाहिए। 

अगर यह सत्य है तो दुनिया के बहुत बड़े बड़े उद्योगपति अपने शुरूआती दौर में बहुत गरीब थे। उनके पास बिलकुल भी पैसे नहीं थे। कई लोगो ने तो सड़को पर राते गुजारी है केवल इसी लिए की उनके पास किराये के लिए पैसे नहीं थे। 

पर फिर कैसे आज उनके पास इतना धन हो गया?

पहली नजर में यह किस्मत का खेल लगता है। जो इस पूरी प्रक्रिया को नहीं समझते उन्हें लगता है कि उनकी किस्मत अच्छी थी जिसकी वजह से वह अमीर बन गए। 

पर अगर आप प्रकृति के काम करने को समझ लोगे तो आपको यह समझते देर नहीं लगेगी कि वो क्यों सफल हुए। 

उनका सफल होना उनके संघर्ष में छुपा हुआ है। उनके मजबूत इरादे में छुपा हुआ है। किसी भी परिस्तिथि में हार न मानने में छुपा हुआ है। 

यह खेल किस्मत का नहीं है। भले ही यह किस्मत का खेल लगता हो पर सच्चाई इससे कोशो दूर है। 

उनकी किस्मत में गरीब रहना लिखा था क्यूंकि वो गरीब ही पैदा हुए थे। पर उन्होंने किस्मत को अपने आगे झुकने पर मजबूर किया है , न की किस्मत ने उनको वरदान दिया है। 

बिज़नेस में सफल होने के लिए आपको कुछ बेचना पड़ता है। और आप वह बेच सकते हो जो आपके पास है। आपके पास पैसा है तो आप उससे कोई प्रोडक्ट/सर्विस तैयार कराकर बेच सकते हो पर अगर आपके पास पैसा नहीं है तो यह आपको ढूंढ़ना है कि आपके पास क्या है ?

आप नौकरी में भी कुछ बेच ही रहे होते हो। 

क्या?

ये आपको पता है !

नौकरी में आप अपना समय, अपना अनुभव, अपना ज्ञान और अपनी मेहनत बेच रहे होते हो। उसके बदले में आपको पैसे मिलते है। 

अब आपके पास अगर बिज़नेस शुरू करने के लिए पैसा नहीं है तो आपके पास अनुभव और ज्ञान तो है। आप उसका अपने बिज़नेस शुरू करने के लिए उपयोग कर सकते हो। 

मै यह नहीं कह रहा कि आपको अपनी नौकरी छोड़ देनी है। आप उसे पार्ट टाइम में शुरू कर सकते हो। 

अब अपने ज्ञान और अनुभव का अपना बिज़नेस शुरू करने में कैसे उपयोग किया जा सकता है यह आपसे बेहतर कोई नहीं जानता। मैंने जॉब के दौरान पाया कि मुझे अपना बिज़नेस शुरू करना है पर मेरे पास पैसे नहीं थे , इसीलिए मै कुछ ऐसे तरीको की तलाश में था जो मेरे लिए अतिरिक्त पैसा कमा कर दे। 

काफी ढूंढ़ने के बाद मुझे अपनी राह मिल गयी और मै अपने अनुभव का उपयोग ब्लॉग्गिंग में करने लगा। अपने ज्ञान को लिखना शुरू कर दिया और शायद वहां से मै और मेरी परिस्तिथियाँ बदलनी शुरू हो गयी और मै अपने बिज़नेस को स्थापित करने में कामयाब रहा। 

मैंने बहुत जगह पढ़ा है कि नौकरी की तन्खा से व्यक्ति केवल आजीविका ही चला सकता है , अगर उसे अपना भाग्य बनाना है तो उसके लिए उसे अतिरिक्त करना होगा और यह पार्ट टाइम कुछ अतिरिक्त करने का ही तो है। 

आजीविका के लिए नौकरी करो और भाग्य बदलने के लिए पार्ट टाइम काम करो। 


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