अपने आरामदायक दायरे से बाहर निकले
मै जब भी किसी को खुद का व्यवसाय शुरू करने का सुझाव देता हूँ तो मेरा हमेशा यही प्रयास होता है कि आप अपने आरामदायक दायरे से बाहर निकले।
मैं कभी भी यह नहीं कहता कि आपको अपनी जॉब छोड़ कर अपना व्यवसाय शुरू करना चाहिए। मै हमेसा इसी बात पर जोर देता हूँ कि आपको अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार ही कोई भी फैसला लेना चाहिए। और मै इस बात को जानता हूँ कि अपनी परिवारिक जिम्मेवारियों की वजह से ज्यादातर लोग जॉब छोड़ने की स्थिति में नहीं है।
मै भी नहीं था ! मै अपनी जॉब में एक आरामदायी स्थिति में पहुँच चूका था। मै बदलना नहीं चाहता था। मुझे लगता था कि सब सही चल रहा है और सब सही चलता रहेगा। पर कुछ घटनाक्रम ऐसे थे जिन्होंने मेरे सोचने का तरीका बदल दिया और मुझे यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि जैसा चल रहा है वैसा हमेशा नहीं रहेगा।
एक दिन ऐसा आया भी जहाँ सब कुछ बदल गया पर मेरे पास आगे बढ़ने का रास्ता था , न कि केवल परिस्थिति पर विलाप करने का।
व्यवसाय पार्ट टाइम शुरू किया जा सकता है। हो सकता है उससे आपको पैसा न आ रहा हो। हो सकता है वह केवल नाम मात्र का ही हो। पर यह आपको एक नया शख्स बनाता है। यह बिलकुल उस तरह काम करता है जैसे आप एक पुरानी अवधरणाएँ छोड़ कर नए अवधारणाओं की तरफ जा रहे हो।
एक पल के लिए हम मान लेते है कि आपका व्यवसाय नहीं चलता। तो फिर भी इस तरीके में आपके पास खोने को कुछ नहीं है। आपकी जॉब सुरक्षित है। आपकी आय सुरक्षित है।
इसमें सीखने को बहुत कुछ है। खोने को कुछ नहीं है।
यहाँ बढ़ाया हुआ एक कदम आपको कुछ दे न दे पर आपको आपके डर से एक कदम आगे लेकर जायेगा जहाँ आप पाओगे की आप अपने दायरे को जितना मान रहे थे, संसार आपकी सोच से बहुत बड़ा है।
आप अगर अपना बिज़नेस नहीं भी करना चाहते तो भी आपको एक बार इसे पार्ट टाइम के तोर पर शुरू करना चाहिए ताकि आप वो सीख सके जो आप कभी भी अपनी जॉब में नहीं सीख सकते। एक ऐसे इंसान बनकर उभरे जो कभी भी आप इसे शुरू किये बिना नहीं बन सकते थे।
अपने शौंक को या अपने अनुभव को कभी एक रूप दे कर तो देखिये। आप नहीं जानते की आप क्या कमी महसूस कर रहे हो।
पैसे के लिए न सही , अपने व्यक्तित्व विकास के लिए, समाज के लिए , देश के लिए, आपको एक बार अपने डर से पार पाना ही होगा।
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