सफलता का पता आसान होता है !

 चीज़े आसान होती है। रास्ते भी सामने होते है। 

पर हम उन्हें बहुत ही ज्यादा जटिल बना देते है। हमे लगता है कि कोई भी चीज़ आसान नहीं होती। 

सफलता का पता भी आसान ही होता है। आपको चीज़ो को बार बार सही दिशा में करना है। बस !

केवल यह ही सफलता की कुंजी है। पर इंसान में एक प्रवृति होती है और वो है कि वो एक चीज़ को बार बार नहीं करता , वो ऊब (bore) जाता है। उसमे ज्यादा धैर्य नहीं होता इंतज़ार करने का की कब चीज़े अपना परिणाम दिखाना शुरू करे। उन्हें तुरंत ही परिणाम चाहिए और हार का असर तुरंत दिख जाता है और सफलता का असर दिखने में समय लगता है। 

जबकि कोई मुझसे पूछता है कि बिज़नेस में कैसे सफल होते है तो मै कहता हूँ कि - प्रोडक्ट/सर्विस बनाओ। उसको लेकर लोगो तक जाओ। उसके बारे में जागरूकता फैलाओ और इस चीज़ को बार बार करो जब तक कि आपके प्रोडक्ट/सर्विस को लोग उपयोग न करने लगे। 

चीज़े बिलकुल आसान होती है। पर हर आसान चीज़ को करना जरूरी नहीं आसान होता है। 

आपको स्वस्थ रहना है तो आसान सा फार्मूला है - रोज एक्सरसाइज करो , हैल्थी खाना कहो और तनाव मुक्त रहो। यह केवल इतना आसान है। 

अगर यह आसान है तो इसका मतलब यह नहीं कि इसको करना आसान है। 

एक खाली गिलास को आप अपने हाथ में कब तक लेकर खड़े रह सकते है। थोड़े समय बाद वह 25 ग्राम का गिलास आपको कहीं किलोग्राम का महसूस होने लगेगा। और आप उसका लेकर खड़े रहने में असमर्थ हो जाओगे। पर अगर आप यह चीज़ रोज करो तो हो सकता है जहाँ आप पहले दिन केवल 15 मिनट तक खड़े रह सकते थे तो 1 महीने की प्रैक्टिस के बाद आप 1 घंटा या 2 घंटे या ज्यादा समय तक उसको लेकर खड़े रह सकते है। 

आसान कामो के लिए भी प्रैक्टिस की जरूरत होती है। 

हर सफल व्यवसायी , सफल होने से पहले पता नहीं कितनी बार असफल हुआ है। उसने अपने सफल फॉर्मूले के लिए क्या पता कितनी प्रैक्टिस उसको करने में की हो। कितनी बार उसने हार मान ली होगी और वो कितनी बार भी से उठा होगा दुबारा। 

सफलता का रास्ता सबको पता है और यह आसान भी है। पर यह बहुत लम्बा है। बस आपको उस पर चलते रहना है बिना यह सोचे सफलता मिलेगी भी या नहीं। 

और जब अपनी सबसे ख़राब स्थिति में होंगे तो उसके तुरंत बाद यह आपको मिल जाएगी। 

हर सफलता क्षणिक होती है जिस तरह असफलता क्षणिक होती है। एक सफलता पा कर आपको वहां रुकना नहीं होता। हो सकता है आप कुछ समय के लिए वहां विश्राम कर सकते है पर आपको वहां से आगे बढ़ना है। 

जब तक आप चलते रहोगे सफलता साथ साथ चलती रहेगी। हर बार यह पिछले वाली से आसान होगी। पर जहाँ आप रुक गए यह भी रुक जाएगी। 

Comments

Popular posts from this blog

अपने आरामदायक दायरे से बाहर निकले

स्मार्ट वर्क क्या होता है ?

सबसे ज्यादा जरूरी क्या है - सेल्स या मार्केटिंग ?