खाली समय का सदुपयोग

 जब भी मै बात करता हूँ कि आपको अपने खाली समय का सदुपयोग करना चाहिए। तो ज्यादातर लोगो की समस्या  कि उनके पास खाली समय ही नहीं होता। 

उनको केवल दिन में एक से दो घंटे अपने लिए कुछ नया सिखने या कुछ ऐसा करने में गुजारना होगा जिसे आपका दिल से पसंद करते है। जो आपके भविष्य को नयी दिशा दे। जो आपके आर्थिक, समाजिक और मानसिक खुशयाली के लिए जरूरी है। 

अगर आप आर्थिक रूप से ज्यादा सशक्त होना चाहते है और जॉब की निर्भरता से छुटकारा पाना चाहते है तो आपको अपने खाली समय का सदुपयोग करना सीखना होगा। 

बात आती है कि खाली समय है ही कहाँ ?

क्या सही में आपके पास समय नहीं बचता। या आप खाली समय को व्यर्थ की चीज़ो पर पर खर्च करते है। 

एक औसत व्यक्ति दिन में दो से तीन घंटे सोशल मीडिया पर अपना समय गुजारता, केवल उसको देखते हुए। लेकिन अगर आप उसका बिज़नेस उपयोग भी केवल दिन में एक से दो घंटे करना शुरू कर दो तो आपकी जिंदगी में बहुत अंतर् आ सकता है। 

ऐसा नहीं है कि हमारे पास समय नहीं है। समय हम सबके पास है पर हम उसे गलत जगह उपयोग कर रहे है। 

परिवार के साथ समय गुजरना समय का सदुपयोग होता है पर सोशल मीडिया पर समय बिताना समय का दुरपयोग होता है अगर आप उसका लाभ नहीं उठा रहे हो। 

आपको ऑफिस से घर आने के बाद भरपूर समय अपने परिवार के साथ गुजारना चाहिए पर आप जो समय फ़ोन चलाने में गुजारते है वह बचा कर आप उसका उपयोग अपने लिए कुछ रचनात्मक करने में कर सकते है। 

मैंने व्यक्तिगत रूप से सोशल मीडिया का उपयोग बहुत पहले बंद कर दिया था। ऐसा नहीं है कि मै सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं हूँ। मै दिन के एक हिस्से में किसी न किसी सोशल नेटवर्क पर एक्टिव होता हूँ पर वहाँ मेरा कुछ ध्येय होता है। 

मुझे कुछ आर्टिकल लिखना है, वीडियो डालनी है , कुछ इनफार्मेशन डालनी है या कुछ और। मै ज्यादातर मामलो में व्यक्तिगत रूप से सोशल एकाउंट्स का उपयोग करने से बचता हूँ। 

और मै दुसरो को भी यही सलाह देता हूँ। 

मेरा सोशल मीडिया को व्यक्तिगत रूप से बंद करना बड़ा ही लाभकारी रहा। शुरुआत में मै केवल अपनी ब्लॉग पोस्ट शेयर करने के लिए ही सोशल नेटवर्क्स का उपयोग करता था। उसके बाद मै वीडियो बनाने लगा। सबकुछ मै अपने प्रोफेशन से जुड़ा हुआ ही शेयर करता था। 

इसका लाभ यह हुआ कि मै खुद का बिज़नेस स्थापित करने में कामयाब रहा। इसीलिए यही राय में सबको देता हूँ क्यूंकि मै इसका फायदा जानता हूँ। 

जरूरी नहीं सोशल नेटवर्क्स का ही उपयोग करना , आप ऑफलाइन भी कुछ रचनात्मक कर सकते है अपने खाली समय में, जो आपको एक नई दिशा प्रदान करेगा। 

मेरी बात का तातपर्य केवल इतना है कि अगर आप अपनी जिंदगी को बदलना चाहते है तो आपको अपने आप में पहले बदलाव लाना होगा और यह बदलाव आप अपने खाली समय का सदुपयोग करके कर सकते हो। 

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