सफलता को रोके रखना भी बहुत जरूरी है !
मैंने अपनी जिंदगी में बहुत से लोगो को देखा है जो सफलता मिलने के बाद एक ही जगह थम गए। उनकी जिंदगी शायद वहीँ रुक गयी और आगे बढ़ने की ललक खत्म हो गयी। सफलता और पैसा जब आता है और आप आगे बढ़ने की इच्छा छोड़ देते हो तो वह आपको गलत कार्यो की तरफ ही ले जाता है।
हममे से बहुत से लोग है जो अपनी सपनो की जॉब, करियर, बिज़नेस या तररकी पा कर बिलकुल सन्तुष्ट हो जाते है। उनका लगता है कि इसके बाद उनके लिए कुछ भी हासिल करना बाकि नहीं रहा गया है।
और हम केवल दुनिया में समय के निकालते रहते है। जब तक कि कुछ ऐसा न हो जो हमे एक दम से इस आरामदायक स्थिति से बाहर निकाले या हम किसी ऐसी गलत आदत में न फंस जाये जो हमे बर्बादी की तरफ ले जाये।
हम सफलता पाने के लिए बहुत संघर्ष करते है। मैंने दोनों ही तरह के लोगो को देखा है।
उनको भी जो संघर्ष कर रहे है और उनको भी जो सफलता के बाद कॉम्पोर्ट जोन यानि आरामदायक स्थिति में पहुँच गए है।
मैंने अपने बिज़नेस को स्थापित करने में काफी संघर्ष किया है। अब मै किताबे पढ़ना पसंद करने लगा हूँ। इसी वजह से मै कुछ कामो को अपने सहकर्मियों पर टाल देता हूँ ताकि मुझे ज्यादा खाली समय मिले।
पर कभी कभी लगता है कि मेरी असक्रियता कहीं मुझे उन लोगो की क्षेणी में न ला दे जो अपनी आरामदायक स्थिति में पहुँच गए है और उनको लगता है कि अब उन्होंने बहुत कुछ हासिल कर लिया और अब उन्हें इनका आनंद लेना चाहिए।
अपनी सफलता का आनंद लेना अच्छी बात है लेना भी चाहिए पर मै यह जानने की कोशिश में हूँ कि इस बारीक़ सी लकीर का फर्क कैसे महसूस करे जो हमे अपनी सफलता का आनंद भी लेने दे और आरामदायक स्थिति में भी न डाले।
अगर हमे कुछ हासिल किया है तो उसका उपयोग बनता है। उदाहरण के तौर पर अगर हमने कोई स्पोर्ट कार खरीदी तो उसको चलाना बनता है, ट्रिप पर जाना बनता है। पर क्या हम केवल सारे दिन कार ही चलाते रहे, पार्टियाँ ही करते रहे और जिससे हमने यह हासिल किया उस पर ध्यान ही न दे।
सफलता के बाद एक बारीक़ से लकीर उतपन हो जाती है - आनंद और अयाशी में। इसका फर्क पता करना बड़ा जरूरी होता है।
और यह फर्क तय करता है - हमारा भविष्य !
अगर हमारे पास हमेशा ही लम्बे समय के लक्ष्य होंगे तो शायद हम कभी भी अयाशी में न पड़े। इसीलिए छोटे लक्ष्यों के साथ साथ बड़े लक्ष्य होना बहुत जरूरी है जो हमे अपने वर्तमान में असम्भव लगते हो पर वह हमे एक जगह रुकने और आरामदायक स्थिति में पहुंचने से रोकते है।
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