हम जिंदगी में इन्वेस्टमेंट में बहुत सारी गलतियां करते है।

 मेरे हिसाब से हम जिंदगी में इन्वेस्टमेंट में बहुत सारी गलतियां करते है। 

किसी भी इन्वेस्टमेंट का केवल एक मकसद होता है और वो है लाभ कमाना। 

पर हममे से ज्यादातर लोगो के लिए यह खेल बहुत उलझा हुआ है। हम केवल विज्ञापन देख कर या किसी एक्सपर्ट की सलाह से किसी भी इन्वेस्टमेंट में जाने के लिए तैयार हो जाते है। 

हममे लगता है कि क्रिप्टो करेंसी में लोग पैसा लगा रहे है लोग अमीर बन रहे है , मै क्यों पीछे रहूं। लोग प्रॉपर्टी खरीद रहे है कल रेट बढ़ेंगे तो मै लाभ कमा लूंगा। 

पर मैंने एक अलग ही पहलु देखा है जो हमे इन्वेस्टमेंट का लाभ मिलने से रोकता है। 

मेरे एक दोस्त के पास कार लोन है , हाउस लोन है और यहाँ तक कि कहूं तो काफी लोन है। उसकी किस्ते उसने समय से नहीं दी तो उसका सिबिल स्कोर भी बहुत ही कमजोर है। लेकिन वो शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करता है उसने एक अच्छी खासि पूंजी शेयर मार्किट में लगाई हुए है। 

इस उम्मीद में की उससे उसको एक अच्छा लाभ होगा। 

मान लेता हूँ कि उसके 20% के हिसाब से शेयर मार्किट में लाभ होता है।  उसका एक लाख एक साल बाद 120000 हो जाता है। उसके हिसाब से उसने मार्किट में 3 से 4 लाख रुपए लगाए हुए है। 

मै अकाउंटेंट या एक्सपर्ट नहीं हूँ। मुझे exact कैलकुलेशन नहीं पता केवल राउंड figure में ही मान कर चल रहा हूँ। मै गलत भी हो सकता हूँ पर यह मेरा ब्लॉग मेरे बिज़नेस व्यू पर आधरित है तो जो मुझे सही लगता है वही यहाँ मै लिखता हूँ। 

लेकिन उसके पास करीबन इतना ही लोन बाकि होगा। अब लोन का ब्याज भी वो दे रहा होगा। अब मूल और उसके उप्पर ब्याज़ पर ब्याज तो नहीं उसका पुरे लोन पर ब्याज 15% के आस पास होगा। 

यानि अगर वो अपनी इन्वेस्टमेंट पर 20% भी कमाता है तो भी वो केवल 5% साल में कमा पा रहा होगा क्यूंकि उसको लगता है कि इन्वेस्टमेंट एक passive income का स्रोत्र है। पर उसकी इनकम में छेद है। 

मेरे पॉइंट ऑफ़ व्यू से तो यही दिखता है। 

अब मार्किट बहुत उतार चढ़ाव की होती है। कभी लाभ तो कभी नुकसान। 

अगर नुकसान या वो 15% के हिसाब से अपनी इन्वेस्टमेंट से कमाता है तो। 

नुकसान में जायेगा तो हानि है ही। अगर वो किसी भी स्थिति में 15% से कम कमाता है तो वो फिर भी नुकसान में ही जा रहा है। 

अगर वो अपने पैसे को इन्वेस्ट न करके पहले अपना पूरा लोन चुकाए तो। 

वो 15% लाभ में तो पहले दिन से ही पहुँच जायेगा बिना किसी मार्किट की परवाह किये बिना क्यूंकि कम से कम उसकी जेब में से जा रहा 15% तो बचेगा। 

मेरा एक और दोस्त है जो अभी इन्वेस्टमेंट के बारे में सोच रहा था गोल्ड में। मैंने उसको सुझाव दिया कि उसको पहले अपना कार लोन उतारना चाहिए। लोन से मुक्त होकर अपनी अतरिक्त राशि को वो किसी भी जगह जहाँ उसको अच्छी लगे इन्वेस्ट कर सकता है। 

पर लोन या खर्ज होते हुए इन्वेस्टमेंट का तरीका मुझे तो अच्छा नहीं लगता। 

आप बैंक को ब्याज दे रहे हो और कहीं और से लाभ आने का इंतज़ार कर रहे हो जिसका नियंत्रण भी पाने हाथ में नहीं है। 

मै यह नहीं कह रहा कि इन्वेस्टमेंट बुरी होती है। मै भी अपना सारा पैसा दोबारा अपने बिज़नेस में इन्वेस्ट कर देता हूँ।  कभी कभी मेरे मन में प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करने का ख्याल भी आता है पर कभी इतना पैसा नहीं जोड़ पाया कि इन्वेस्ट कर पाओ। क्यूंकि अभी बिज़नेस मेरी पहली प्राथमिकता है।  

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