क्यों ज्यादातर बिज़नेस कंटेंट मार्केटिंग में फेल हो जाते है ?

किसी ने मुझसे पूछा कि अगर कंटेंट मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग के इतने अच्छे रिजल्ट है तो सभी कम्पनिया इसे क्यों नहीं करती ?

करना सब चाहती है पर कंटेंट मार्केटिंग के लिए कंटेंट बनाना पड़ता है, समय खर्च करना पड़ता है और इसके रिजल्ट इतने आराम आराम से आते है कि इतना धैर्य किसी मै नहीं होता कि वो इंतज़ार कर सके। 

यह इतना टाइम लेता है कि बड़े बड़े लोगो का धैर्य जवाब दे देता है। 

एक कारण यह भी होता है कि ज्यादातर बिज़नेस जल्दी रिजल्ट चाहते है और कंटेंट मार्केटिंग रिजल्ट दिखाने में बहुत समय लेता है। और हर आर्गेनाईजेशन के एम्प्लॉयीज को जल्दी रिजल्ट दिखाने होते है उनके सीनियर्स को। 

तो एम्प्लोयी या एजेंसीज केवल शार्ट टर्म पर ध्यान देती है इसीलिए वो कंटेंट को मैनुपुलेट करने की कोशिश करते है और ऐसे कंटेंट क्रिएट करने के कोशिश करते है जो ज्यादा से ज्यादा वायरल हो जाये। उन्हें इस चीज़ से कोई मतलब नहीं होता है कि वो उनके व्यूअर या रीडर के लिए सही भी है या नहीं। 

जो लॉन्ग टर्म में किसी भी बिज़नेस के लिए नुकसान दायक सिद्ध हो सकता है। 

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